*मेदिनीनगर केंद्रीय कारा से 30 कैदी की हुई रिहाई।*
मेदिनीनगर, केंद्रीय कारा मेदिनीनगर से सोमवार को 30 कैदियों की रिहाई की गई।ये सात साल से कम अपराध वाले कैदी है।विदित हो कि कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए माननीय सुप्रीम कोर्ट ने सभी राज्य सरकारों को सात साल से कम सजा वाले कैदियों को रिहा किए जाने का निर्देश दिया गया था। इसी आलोक में सोमवार को केंद्रीय कारा मेदिनीनगर में बंद 30 कैदियों को रिहाई की गई। बिदित हो कि सात साल से कम सजा वाले अपराधों के लिए जेल में बंद कैदियों की आठ सप्ताह के लिए निजी मुचलके पर रिहा करने का सिलसिला विभिन्न जिलों में शुरू हो गया है। अब तक केन्दीय कारा मेदिनीनगर में भी 30 कैदियों को निजी मुचलके पर रिहा किया जा चुका है ।जल्द ही अन्य कैदियों को भी रिहा किया जाएगा । जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव अशोक कुमार ने बताया कि जेल में सात साल से कम सजा वाले कैदियों को माननीय सुप्रीम कोर्ट व उच्च न्यायालय के दिशा निर्देश में कैदियों को रिहा किया जाना है। जिनकी सजा सात साल से कम है। उन्होंने बताया कि रिहाई से पहले सभी की जांच की स्क्रीनिंग की जा रही है। ताकि पता लग सके कि किसी कैदी में कोरोना वायरस के लक्षण तो नहीं है। उन्होंने बताया कि अधिक से अधिक लोगो को राहत दिया जाएगा। इस मौके पर काराअधीक्षक प्रवीण कुमार, प्रमोद कुमार आदि लोग उपस्थित थे।
मेदिनीनगर, केंद्रीय कारा मेदिनीनगर से सोमवार को 30 कैदियों की रिहाई की गई।ये सात साल से कम अपराध वाले कैदी है।विदित हो कि कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए माननीय सुप्रीम कोर्ट ने सभी राज्य सरकारों को सात साल से कम सजा वाले कैदियों को रिहा किए जाने का निर्देश दिया गया था। इसी आलोक में सोमवार को केंद्रीय कारा मेदिनीनगर में बंद 30 कैदियों को रिहाई की गई। बिदित हो कि सात साल से कम सजा वाले अपराधों के लिए जेल में बंद कैदियों की आठ सप्ताह के लिए निजी मुचलके पर रिहा करने का सिलसिला विभिन्न जिलों में शुरू हो गया है। अब तक केन्दीय कारा मेदिनीनगर में भी 30 कैदियों को निजी मुचलके पर रिहा किया जा चुका है ।जल्द ही अन्य कैदियों को भी रिहा किया जाएगा । जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव अशोक कुमार ने बताया कि जेल में सात साल से कम सजा वाले कैदियों को माननीय सुप्रीम कोर्ट व उच्च न्यायालय के दिशा निर्देश में कैदियों को रिहा किया जाना है। जिनकी सजा सात साल से कम है। उन्होंने बताया कि रिहाई से पहले सभी की जांच की स्क्रीनिंग की जा रही है। ताकि पता लग सके कि किसी कैदी में कोरोना वायरस के लक्षण तो नहीं है। उन्होंने बताया कि अधिक से अधिक लोगो को राहत दिया जाएगा। इस मौके पर काराअधीक्षक प्रवीण कुमार, प्रमोद कुमार आदि लोग उपस्थित थे।
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